Health Tips : शरीर का सबसे नाज़ुक हिस्सा कौन सा है? जरा सी गलती से खतरे में पड़ सकती है जान

Health Tips : शरीर का सबसे नाज़ुक हिस्सा कौन सा है? जरा सी गलती से खतरे में पड़ सकती है जान

Most Sensitive Part of Human: पूरे शरीर में यह हिस्सा सबसे नाजुक होता है. इसके साथ जरा सी छेड़-छाड़ से आपको काफी नुकसान पहुंच सकता है. इसीलिए इसका ख्याल रखना बेहत जरूरी है.

Sensitive Part of Body: हमारा शरीर एक कमाल की मशीन है, लेकिन इसमें कुछ हिस्से ऐसे हैं जो बहुत नाज़ुक होते हैं. इनकी थोड़ी सी चोट भी जानलेवा साबित हो सकती है. डॉक्टरों और वैज्ञानिकों के मुताबिक, दिमाग (ब्रेन) शरीर का सबसे नाज़ुक हिस्सा है. यह मुलायम जेल जैसा होता है और सिर की हड्डियों से घिरा रहता है. लेकिन एक छोटी सी चोट या झटका भी इसे बुरी तरह नुकसान पहुंचा सकता है.

दिमाग क्यों है इतना नाज़ुक?

दिमाग शरीर का कंट्रोल रूम है. यह हमारी सोच, चलने-फिरने, सांस लेने और दिल की धड़कन सब कुछ संभालता है. लेकिन यह इतना नरम होता है कि हल्का सा झटका भी इसमें सूजन, खून बहना या टिश्यू फटना पैदा कर सकता है. मेयो क्लिनिक के अनुसार, सिर पर चोट लगने से ट्रॉमेटिक ब्रेन इंजरी (TBI) हो सकती है, जो मौत का कारण बन जाती है. दिमाग की कोशिकाएं जल्दी मर जाती हैं और ठीक होना मुश्किल होता है.

छोटी गलती कैसे बन जाती है बड़ी?

कल्पना कीजिए, आप साइकिल चला रहे हैं और गिर जाते हैं. सिर पर हल्का सा धक्का लगे, तो भी अंदर खून बह सकता है. यह दबाव बढ़ाकर दिमाग को नुकसान पहुंचाता है. WHO के आंकड़ों से पता चलता है कि गिरने से हर साल लाखों मौतें होती हैं, जिनमें ज्यादातर दिमाग की चोट से. या फिर गाड़ी एक्सीडेंट में सिर टकराने से भी यही होता है. 25 साल से कम उम्र के लोगों में TBI मौत का सबसे बड़ा कारण है. एक छोटी सी गलती, जैसे बिना हेलमेट पहनना, जान ले सकती है.

दिमाग की चोट के लक्षण और खतरे

चोट लगने पर सिरदर्द, उल्टी, चक्कर या बेहोशी हो सकती है. कभी-कभी बिना लक्षण के भी अंदरूनी खून बहता रहता है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर्स के अनुसार, गंभीर TBI से स्थायी विकलांगता या मौत हो सकती है. बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा खतरे में होते हैं. अगर समय पर इलाज न हो, तो कोमा या ब्रेन डेथ हो जाता है.

कैसे बचें इस खतरे से?

सुरक्षा ही सबसे बड़ा इलाज है. हमेशा हेलमेट पहनें, चाहे बाइक हो या स्केटिंग. घर में सीढ़ियों पर सावधानी बरतें. खेलते समय प्रोटेक्टिव गियर यूज करें. अगर चोट लगे, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. CT स्कैन से जल्दी पता चल जाता है. योग और स्वस्थ खान-पान से दिमाग मजबूत रहता है.

फिलहाल, दिमाग हमारी जिंदगी का सबसे कीमती हिस्सा है. इसे नाज़ुक समझकर बचाना हमारी जिम्मेदारी है. जरा सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है. सावधानी से जिएं, ताकि खुशहाल रहें. याद रखें, एक छोटा कदम बड़ी मुसीबत बचा सकता है.

Disclaimer: 

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. इसे केवल सुझाव के तौर पर लें. इस तरह की किसी भी जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.