जिला अस्पताल जशपुर में भोजन वितरण हेतु निकाला गया निविदा पहुंचा मुख्यमंत्री दरबार,समूह की महिलाएं मुख्यमंत्री से मिल सुनाई आप बीती,कहा निविदा प्रक्रिया को बनाया गया मजाक,संज्ञान में लेकर मुख्यमंत्री से न्याय का किया मांग

जिला अस्पताल जशपुर में भोजन वितरण हेतु निकाला गया निविदा पहुंचा मुख्यमंत्री दरबार,समूह की महिलाएं मुख्यमंत्री से मिल सुनाई आप बीती,कहा निविदा प्रक्रिया को बनाया गया मजाक,संज्ञान में लेकर मुख्यमंत्री से न्याय का किया मांग

जशपुर : जिला चिकित्सालय में भोजन वितरण हेतु निकाले गए निविदा प्रक्रिया उपरांत दो बार आदेश जारी करने और दोनों बार निरस्तीकरण की घटना राज्य स्तर पर हंसी का पात्र बना हुआ है,उक्त प्रक्रिया पर प्रकाश डालते हुवे मामले की संपूर्ण जानकारी देने अधिश्री समूह की महिलाएं मुख्यमंत्री दरबार पहुंची,यहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर निविदा प्रक्रिया और उसके उपरांत घटित घटना पर विस्तार से प्रकाश डाल न्याय का मांग किया गया।इस अवसर पर समूह की महिलाओं के साथ श्रीमती हीना सिंह जूदेव भी मुख्यमंत्री कार्यालय में मुलाकात के दौरान मौजूद रही।

विदित हो कि अधिश्री स्व सहायता समूह की महिलाएं शनिवार को श्रीमती हीना सिंह जूदेव से उनके निवास में पहुंच जिला चिकित्सालय में भोजन वितरण के लिए निकाले गए निविदा प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगा न्याय का मांग किया है।समूह द्वारा दिखाए गए दस्तावेजों को संज्ञान में श्रीमती हीना सिंह जूदेव ने मामले ।इन न्याय दिलाने का आश्वासन देते हुवे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात की।इस दौरान समूह की अध्यक्ष श्रीमती रजनी रजक सहित समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को भोजन वितरण हेतु निकाले गए निविदा प्रक्रिया पूर्ण होने ओर उसके बाद दो बार आदेश जारी करने तथा दोनो बार निविदा निरस्त करने का अजूबा कारनामा होने का पूरा विवरण बताया।समूह की महिलाओं ने दस्तावेजों के साथ मुख्यमंत्री को बताया की उन्होंने नियमों का पालन कर निविदा प्रक्रिया में भाग लिया और नियमतः निम्न दर भर कर निविदा प्राप्त किया था,लेकिन एक अन्य निविदाकर्ता के बहकावे में आकर उक्त प्रक्रिया को हंसी का पात्र बना निविदा ही निरस्त कर दिया गया है।श्रीमती हीना सिंह जूदेव के नेतृत्व में पहुंची समूह की समस्त महिलाओं ने विस्तार से क्रमशः दस्तावेजों के आधार पर निविदा प्रक्रिया में बरती गई लापरवाही को बताया,जिसमें बताया गया कि अस्पताल प्रशासन समिति के निर्णय के उपरांत के द्वारा दिनांक 25/07/2024 को निविदा जीते जाने के पश्चात स्व सहायता समूह को कार्यादेश प्रदान किया गया था,दिनांक 30/07/2024 को अपरिहार्य कारणों से निरस्त कर दिया गया था, दिनांक 31/04/2024 को कलेक्टर जो कि मामलो के अपीलिय अधिकारी थे,उन्हें समूह के द्वारा अपील करने के उपरान्त दिनांक 31/07/2024 को ही पुनः कार्यआदेश जारी कर दिया गया,कार्यादेश के अनुसार दिनांक 01/08/2024 से ज़िला अस्पताल के मरीजो को नाश्ता एवं भोजन करवाया जाना था,सो समूह कि महिलायें दिनांक 31/07/2024 को देर रात तक भोजन व्यवस्थाओं में लगी हुई थी,इस दौरान हद तो तब हो गई जब रात्रि 11 : 00 सिविल सर्जन के भृत्य ने पुनः कार्यादेश निरस्तीकरण का आदेश थमा दिया।श्रीमती हीना सिंह जुदेव ने समूह की महिलाओं से इस प्रकार होने वाले भेद भाव एवं षड्यंत्र से मुख्यमंत्री को अवगत करा कर राहत हेतु ज़िला प्रशासन को निर्देशत करने को कहा। जिस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने न्याय का भरोसा जताते हुवे मामले को संज्ञान में लेने का बात कहा है।

ज्ञात हो कि गत दिनों जिला चिकित्सालय जशपुर में भोजन वितरण हेतु निकाले गए निविदा में अधिश्री स्व.सहायता समूह ने निम्न दर पर भोजन का निविदा प्राप्त किया था,निविदा उपरांत अन्य निविदाकर्ताओं ने निविदा प्रक्रिया में आपत्ति दर्ज किया था,जिसके उपरांत एक अन्य निविदाकर्ता के द्वारा आपत्ति दर्ज किए जाने उपरांत निविदा प्रक्रिया निरस्त कर दिया गया लेकिन उसी दिन पुनः समिति के द्वारा लिए गए निर्णय पर सिविल सर्जन ने अधिश्री स्व सहायता समूह के नाम दुबारा कार्यादेश जारी किया गया,उक्त आदेश के सार्वजनिक होते ही तत्काल सिविल सर्जन के द्वारा पुनः निरस्तीकरण का आदेश जारी किया गया।उक्त मामला देखते ही देखते प्रदेश भर में आग की लपटों की तरह फैल गया। निविदा प्रक्रिया में सिविल सर्जन द्वारा बरती गई लापरवाही हंसी का पात्र बना और खूब जग हंसाई हुई।जिसके बाद आखिरकार प्रशासन को निविदा निरस्तीकरण का खबर जनसंपर्क कार्यालय से जारी करवाना पड़ा और मामला ठंडे बस्ते में डाला गया।लेकिन उक्त प्रक्रिया पर सवालिया निशान उठाते हुवे अधिश्री स्व सहायता समूह की महिलाएं मामले पर न्यायालय की शरण में जाने और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के समक्ष पहुंच विस्तार से जानकारी देने का निर्णय लिया इसी का परिणाम है कि शनिवार की रात्रि अधिश्री स्व सहायता समूह की महिलाएं श्रीमती हीना सिंह जूदेव के नेतृत्व में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मुलाकात कर न्याय का मांग किया है। बता दें की अधिश्री स्व सहायता समूह कि महिलाएँ फ़रियाद लेकर जशपुर राज घराने कि बहू, स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव की पुत्र वधू डॉ हिना सिंह जूदेव के पास पहुँची,डॉ हिना जूदेव सहकार भारती प्रदेश महिला प्रमुख एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य है,श्रीमती जूदेव ने स्व सहायता समूह की सारी वेदनाएँ समस्त दस्तावेज़ो के साथ मुख्यमंत्री के सम्मुख रखा।समूह कि महिलाओं ने डॉ हिना जूदेव एवं मुख्यमंत्री का तहे दिल से धन्यवाद दिया,उक्त मुलाकात के बाद अब सिविल सर्जन के अगले कार्यवाही पर अब सबकी नज़रे टिकी हुई है।