Health Tips : शरीर में दिखने वाले ये 4 संकेत बताते हैं कमजोर होने लगी हैं हड्डियां..बचाव के लिए आज से करें 5 काम

हड्डियां कमजोर होने की समस्या बुढ़ापे से जोड़कर देखी जाती है लेकिन आजकल कम उम्र में भी हड्डियां कमजोर होनी शुरू हो गई हैं। इसके पीछे खराब लाइफस्टाइल और डाइट का बहुत बड़ा हाथ है। हालांकि अगर समय से इसका पता लगा लिया जाए तो हड्डियों का कमजोर होना रोका जा सकता है। आइए जानें हड्डियां कमजोर होने के लक्षण (Signs of Weak Bones) कैसे होते हैं।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों के कमजोर (Weak Bones) होने की समस्या आम है, लेकिन आजकल यह समस्या कम उम्र के लोगों में भी देखने को मिल रही है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल, पोषण की कमी और एक्सरसाइज न करने की वजह से हड्डियां कमजोर होने लगती हैं। अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो ऑस्टियोपोरोसिस, आर्थराइटिस और फ्रैक्चर का खतरा काफी बढ़ जाता है।
हड्डियां कमजोर होने पर हमारे शरीर में कुछ संकेत (Symptoms of Weak Bones) नजर आने लगते हैं। अगर समय पर इन्हें पहचान लिया जाए, तो बोन हेल्थ को बेहतर बनाया जा सकता है। आइए जानें हड्डियों के कमजोर होने पर कैसे लक्षण दिखाई देते हैं और इस परेशानी से बचने के लिए क्या करना चाहिए।
बिना कारण के वजन कम होना
अगर बिना डाइटिंग या एक्सरसाइज किए आपका वजन तेजी से घट रहा है, तो यह हड्डियों के कमजोर होने का संकेत हो सकता है। हड्डियों की डेंसिटी कम होने से शरीर का मास प्रभावित हो जाता है, जिससे वजन घटने लगता है।
हड्डियों में दर्द रहना
अगर आपको बिना किसी चोट या मोच के हड्डियों में लगातार दर्द होता है, खासकर पीठ, कमर या जोड़ों में, तो यह ऑस्टियोपोरोसिस या कैल्शियम की कमी का लक्षण हो सकता है।
जोड़ों के पास सूजन
जोड़ों में सूजन और अकड़न हड्डियों की कमजोरी या गठिया का संकेत देती है। अगर घुटने, कोहनी या उंगलियों के जोड़ों में दर्द और सूजन बनी रहती है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
चलने-फिरने में दिक्कत
हड्डियां कमजोर होने पर शरीर का संतुलन बिगड़ने लगता है, जिससे चलने-फिरने या सीढ़ियां चढ़ने में तकलीफ होती है। अगर आपको बार-बार गिरने का डर लगे या जल्दी थकान होने लगे, तो समझ जाएं कि आपकी हड्डियां कमजोर होने लगी हैं।
हड्डियों को मजबूत बनाने के 5 तरीके
कैल्शियम और विटामिन-डी से भरपूर फूड्स- हड्डियों के लिए कैल्शियम सबसे जरूरी पोषक तत्व है। दूध, दही, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम और सोयाबीन कैल्शियम के अच्छे सोर्स हैं। साथ ही, विटामिन-डी कैल्शियम के अब्जॉर्प्शन में मदद करता है। इसलिए धूप में बैठें और अंडे, मछली जैसे विटामिन-डी से भरपूर फूड्स को डाइट में शामिल करें।
नियमित एक्सरसाइज करें- वजन उठाने वाली एक्सरसाइज जैसे वॉकिंग, डांसिंग, योग और वेट ट्रेनिंग हड्डियों को मजबूत बनाती हैं। रोजाना 30 मिनट की एक्सरसाइज हड्डियों की डेंसिटी को बढ़ाने में मदद करती है।
स्मोकिंग और अल्कोहल से बचें- सिगरेट और शराब भी हड्डियों के लिए हानिकारक है, क्योंकि ये कैल्शियम के अब्जॉर्प्शन को रोकते हैं। इनसे दूर रहकर आप हड्डियों की मजबूती बरकरार रख सकते हैं।
सही मात्रा में प्रोटीन लें- हड्डियों की सेहत के लिए प्रोटीन भी जरूरी है। दालें, अंडे, मछली, चिकन और डेयरी प्रोडक्ट प्रोटीन के अच्छे सोर्स हैं।
नियमित हेल्थ चेकअप कराएं- अगर आपको हड्डियों से जुड़ी कोई समस्या महसूस हो, तो बोन डेंसिटी टेस्ट कराएं। डॉक्टर की सलाह से कैल्शियम और विटामिन-डी के सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।
Disclaimer:
लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।