मुख्यमंत्री के गृह जिला में लकड़ी तस्करों के हौसले बुलन्द,प्रशासन के नाक के नीचे धड़ल्ले से किया जा रहा वृक्षों की अवैध कटाई,भारी मात्रा में औषधीय पेड़ों को भी पहुंचाया जा रहा नुकसान,सीजी 04 पीए 7429 क्रमांक का आयशर प्रो ट्रक और सीजी 18 Q 5631 क्रमांक का हाइड्रा हुआ उक्त घटना में उपयोग

मुख्यमंत्री के गृह जिला में लकड़ी तस्करों के हौसले बुलन्द,प्रशासन के नाक के नीचे धड़ल्ले से किया जा रहा वृक्षों की अवैध कटाई,भारी मात्रा में औषधीय पेड़ों को भी पहुंचाया जा रहा नुकसान,सीजी 04 पीए 7429 क्रमांक का आयशर प्रो ट्रक और सीजी 18 Q 5631 क्रमांक का हाइड्रा हुआ उक्त घटना में उपयोग

बगीचा : मुख्यमंत्री के गृह जिला में लकड़ी तस्करों के हौसले लगातार बुलंद होते जा रहे है,जशपुर जिला सहित सरगुजा,सूरजपुर और बलरामपुर जिला में लगातार इनके सक्रियता से वन संपदाओं को भारी नुकसान पहुंच रहा है।तस्करों के द्वारा न सिर्फ सामान्य वृक्षों की अवैध कटाई की जा रही है बल्कि औषधीय वृक्षों की भी अब निशाना बनाया जा रहा है,लकड़ी तस्करों के द्वारा ओषधीय वृक्षों की कटाई और अवैध परिवहन का एक मामला बगीचा विकासखंड क्षेत्र अंतर्गत तम्बाकछार में उजागर भी हुआ है। जिसमें वन विभाग ने भारी संख्या में लकड़ी जब्त किया है।जिसमें एक ट्रक आयशर प्रो वाहन क्रमांक सीजी 04 पीए 7429 में जंगल से लकड़ी तस्करी करते पकड़े जाने का मामला सामने आया है।उक्त वाहन में लदे सारे बोंग( लकड़ी का लठा) लोड है और सारे लकड़ी अर्जुन पेंड के लट्ठे है।

बगीचा रेंज के रेंजर अशोक सिंह से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम तम्बाकछार के ग्रामीणों से जानकारी मिला कि एक ट्रक आयशर प्रो वाहन क्रमांक सीजी 04 पीए 7429 में भारी संख्या में लकड़ी तस्करों के द्वारा अवैध तरीके से अर्जुन पेड़ को काटकर लोड किया जा रहा है।जानकारी मिलते ही वन अमला मौके पर पहुंचा और उक्त वाहन को जब्त कर लिया है।ट्रक में भारी संख्या में लाखों का अर्जुन लकड़ी लदा था।गाड़ी के बारे के बताया जा रहा है कि गाड़ी के सभी वर्कर और ड्राइवर गाड़ी छोड़ भागे हैं,गाड़ी रायपुर नम्बर की है। 

इस सारे मामले में फारेस्ट के एसडीओ ईश्वर कुजूर का कहना है कि इस बारे में कुछ नही बोल सकता,मूल्यांकन के बाद कुछ कहा जा सकता है,सीजी 18 Q 5631 क्रमांक की हाइड्रा को कुछ लोग भगा ले जा रहे थे,लेकिन गांव वालों ने रोका है और रास्ते मे हाइड्रा खड़ी है।

ग्रामीणों ने बताया कि गाड़ी की लोडिंग में लगे सीजी 18 Q 5631 क्रमांक का हाइड्रा रास्ते मे खड़ी है,जिसे वन विभाग द्वारा नही ले जाया गया है।ग्रामीणों ने आगे कहा कि जशपुर के जंगलों को औषधि विहीन करने में तस्करों की निगाहें अब है।समय रहते यदि शासन प्रशासन सहित वन अमला लकड़ी तस्करों पर कार्यवाही नहीं करता है तो जल्द ही ग्रामीणों को मजबूरीवश आगे कोई कदम उठाना होगा।

वन विभाग के कार्यप्रणाली पर उठ रहा सवालिया निशान

विदित हो कि गत कुछ महीनों से बगीचा विकासखंड से लगे आस के क्षेत्रों में लगातार पेड़ों की अवैध कटाई बदस्तूर जारी है। वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के नाम के नीचे लगातार वन संपदाओं को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा है,लगातार पेड़ों की अवैध कटाई मामला उजागर होने के बावजूद अजगर की भांति सो रहे वन विभाग के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा है।वनों की अवैध तस्करी और परिवहन को रोक पाने में असक्षम वन विभाग के कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान अब उठने लगा है।जशपुर जिला की हरियाली को नुकसान पहुंचाने कुछ स्थानीय लोगों की संलिप्तता भी तस्करों के साथ होने की आशंका है जिनके बलबूते इस घटना को अंजाम दिया जा रहा है।सूत्रों के अनुसार जिस प्रकार लकड़ी की लगातार कटाई जशपुर जिला सहित सरगुजा और बलरामपुर के क्षेत्रों में लगातार हो रहा है उससे यही आशंका व्यक्त हो रहा है कि लकड़ी तस्करों का फैला जाल जशपुर जिला सहित सरगुजा और बलरामपुर के क्षेत्रों में फैला हुआ है।