'पॉकेटमार से भी तेज हाथ'..ICC हॉल ऑफ में चुने गए MS धोनी के लिए भारत के पूर्व कोच ने क्यों कही ये बात?

नई दिल्ली : भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने लंदन में हॉल ऑफ फेम कार्यक्रम के दौरान धोनी की विकेटकीपिंग कौशल की प्रशंसा। उन्होंने धोनी की तेजी से स्टंपिंग करने की तुलना "पॉकेटमार" से की। धोनी को एक समारोह के दौरान आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया।
एमएस धोनी आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले नवीनतम लोगों में से एक बन गए हैं।
भारत को अपनी कप्तानी में 3 आईसीसी खिताब जिताने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को सोमवार (9 जून) को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। वह आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले भारत के 11वें खिलाड़ी बने। बतौर विकेटकीपर धोनी विकेट के पीछे काफी तेज हैं।
धोनी बल्लेबाज को काफी तेज स्टंप करने में माहिर हैं। 43 साल के धोनी ने 2019 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में अभी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए विकेट की पीछे जलवा बिखेरना नहीं छोड़ा है।
धोनी ने शास्त्री की तारीफ की
भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने लंदन में हॉल ऑफ फेम कार्यक्रम के दौरान धोनी की विकेटकीपिंग कौशल की प्रशंसा। उन्होंने धोनी की तेजी से स्टंपिंग करने की तुलना “पॉकेटमार” से की। धोनी को एक समारोह के दौरान आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। इस दौरान शास्त्री ने उनकी जमकर तारीफ की।
‘पॉकेटमार’ से भी तेज
कार्यक्रम के दौरान धोनी के बारे में बोलते हुए रवि शास्त्री ने कहा, “उनके हाथ ‘पॉकेटमार’ से भी तेज हैं। अगर आप कभी भारत में किसी बड़े मैच के लिए हों खासकर अहमदाबाद में तो आप नहीं चाहेंगे कि एमएस आपके पीछे हो, पीछे नजर रखें, ऐसा न हो कि बटुआ गायब हो जाए।”
नहीं बदलता हावभाव
रवि शास्त्री ने धोनी को लेकर आगे कहा, “शून्य पर आउट होने के बाद भी उनके हावभाव वैसे ही थे, विश्व कप जीतने पर भी हावभाव नहीं बदले, शतक भी लगाने पर हावभाव नहीं बदले,वह दो सौ भी लगाते हैं तो हावभाव नहीं बदलते। आप जानते हैं कोई अंतर नहीं होता।” धोनी ने 538 इंटरनेशनल क्रिकेट मैच में 17,266 रन बनाए और विकेट के पीछे 829 शिकार किए।